17 April, 2017

वही सही सुचना है जो परख तीन पर चल जाए
















कोई कुछ भी कहे,करे काना फुसी , या फिर चुगली,
या आरोप लगाए, निंदा करे ,उठाये  जब उंगली
याद रहे विश्वास तुम्हारा  युहीं कोई न छल जाए
वही सही सुचना है जो परख तीन पर चल जाए

पहली परख सच है या मिथ्या, होना बहुत जरूरी है
दूसरी क्या कोई अच्छाई इस सुचना की धुरी है
तीसरी किसी काम की है ,क्या इसमें कोई हित है
नहीं मिले उत्तर तो  समझें  ,इसमें स्वार्थ निहित है








01 April, 2017

तांडव
























विकास कहूँ या कहूँ विनाश 
मन में दुविधा भारी है 
मानो या न मानो तांडव
प्रकृति का तो जारी है 
जल विषाक्त 
जंगल समाप्त 
खेत हो गए खारा 
और मवेशी कर रहे 
जहाँ कचड़े  पर हों गुजारा 
साँसों में जहाँ जहर घुला 
पानी की कमी  खलती हो
थोड़ा तो हम करें विचार 
शायद अपनी गलती हो 

(फोटो : इस्कॉन दिल्ली )