Ranjeet K Mishra
Abhivyakti (Expressions)
14 February, 2010
कम ऑन मेरे मन
कम ऑन मेरे मन
आदर्शों को नीलाम तो मत करो
जो अंतर्मन को झकझोरे
वैसा काम तो मत करो
सफलता के दौड़ में
तुम क्यूँ मुझे धकेलते हो
पता नहीं कौन सा खेल
प्रतिदीन तुम खेलते हो
तुम्हारे बकवास
से
मुझे
चाहिए आजादी
प्लीज़ मुझे कर दो स्वतंत्र
और उड़ जाने दो दूर आकाश में
मेरे पंख हैं सत्य की तलाश में ..................
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