24 March, 2010

बर्बादी के बिग बाजार में सब कुछ लिया है लुट ..........

बर्बादी के बिग बाजार में सब कुछ लिया है लुट
तुम कहते हो महा सेल है सबको मिलता
छुट छुट यहाँ मति भ्रम मात्र है कुछ नहीं मिलता
सस्ता बड़ा कठिन है शोध छात्र का टुटा फुटा रस्ता
जो चलता इस कठिन डगर पर सचमुच क्रांतिकारी
है शोध यहाँ शोषण पर्याय है जीने की लाचारी है

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