रोया क्यूँ
देस विकास के पथ पर है
मल्टीनेशनल है
बर्गेर है पिज्ज़ा है
शोपिंग माल हैं
और है केबल टीवी
शायद तुम दुखी हो
क्यूंकि माल के पीछे है झोपड़ी
भूख के पीछे राजनैतिक खोपड़ी
पिज्ज़ा रोटी दाल क्यूँ नहीं
क्यूँ विकास आंकड़ो में उलझी है
और भूख सच्चाई है
शायद यही कारण होगा
तेरी आँख भर आयी है
देस विकास के पथ पर है
मल्टीनेशनल है
बर्गेर है पिज्ज़ा है
शोपिंग माल हैं
और है केबल टीवी
शायद तुम दुखी हो
क्यूंकि माल के पीछे है झोपड़ी
भूख के पीछे राजनैतिक खोपड़ी
पिज्ज़ा रोटी दाल क्यूँ नहीं
क्यूँ विकास आंकड़ो में उलझी है
और भूख सच्चाई है
शायद यही कारण होगा
तेरी आँख भर आयी है