25 October, 2009

रास्ता हो कोई मंजिल को हम पायेंगे ................

दृष्टी हो , हो लगन
चल सके उस राह पर
होकर हम पूर्ण मगन
जिस राह पे चला न हो कोई
हो विस्वास हो साहस की
रास्ता हो कोई मंजिल को हम पायेंगे
जीत का हम जश्न शिखर पे मनाएंगे

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