Ranjeet K Mishra
Abhivyakti (Expressions)
07 May, 2018
हार रणभूमि में चारों खाने चित होगी
असंभव कह के
उमीदों का गला घोंटा है ,
मैं तो कहता हूँ
अपना ही सिक्का खोटा है
उदंड मन पे
अंकुश लगा के देखो तो
बीज़ उमीदों के
फिर से अंकुरित होगी
हार रणभूमि में चारों खाने चित होगी।
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