13 May, 2018

माँ

















तुम सूत्रधार मेरे जीवन की
रंगमंच की नींव भी तुम
दीपक भी तुम ,बाती भी तुम
उसमे जलता वो घीव भी तुम

मैं जो भी हूँ ,जैसा भी हूँ
वो आशीर्वाद तुम्हारा है
मेरे समस्त व्यक्तित्व  को माँ
तेरी शिक्षा का सहारा है


No comments:

Post a Comment

Engineering enlightenment