25 July, 2018
24 July, 2018
जब हनुमान के अंदर पवनपुत्र सोता है
ज़ंजीर लोहे की हो या सोने की
जरूरत है क्या बेवजह उसे ढोने की
विचारों को अगर बंधक युहीं बनाओगे
मुझे ये खेद है फिर कैसे तुम उड़ पाओगे
पंख हो ज्ञान न हो, तो हनुमान भी उड़ पाते नहीं
जबतक आके कोई जामवंत ,स्मरण कराते नहीं
कृपा बरसती जहाँ क्या करोगे छाता का
बस एक संकेत चाहिए उस विधाता का
खुल के भीगना जरूरी होता है
जब हनुमान के अंदर पवनपुत्र सोता है
21 July, 2018
17 July, 2018
#WorldEmojiDay
#WorldEmojiDay
😏😐😓😔😤😣😎😊😋😌😆
कैद हैं समस्त भाव एक प्रतीक (इमोजी) में
अब प्रेम, ख़ुशी, दुःख , दर्द एक चिन्ह मात्र हैं
मेरे विचार से हम सभी दया के पात्र हैं
न हंसना है न रोना है
ना ही नाच के ख़ुशी को अभिव्यक्त करना है
बस पीला सा एक चिन्ह से सब व्यक्त करना है
15 July, 2018
न गंगा का न देश का
न गंगा का न देश का
कोई भी पार्टी न दल है
ये शोर कोलाहल
राजनैतिक दल दल है
सन सैतालिस से लेके आज तक
माँ ने सहा अपमान
अब तो कर्म से अपने दो बेटे होने का प्रमाण
कोई भी पार्टी न दल है
ये शोर कोलाहल
राजनैतिक दल दल है
सन सैतालिस से लेके आज तक
माँ ने सहा अपमान
अब तो कर्म से अपने दो बेटे होने का प्रमाण
11 July, 2018
10 July, 2018
09 July, 2018
चाय पे चर्चा
कुछ बात जो मैंने कही नहीं, कुछ बात जो तुमने सुना नहीं
चलो कहीं अकेले मिलते हैं ,एक ताज़ी चाय की प्याली पर
कोई अंतर्द्वंद न शेष रहे, जो उपजे मतभेद ख्याली पर
चलो कहीं अकेले मिलते हैं ,एक ताज़ी चाय की प्याली पर
कोई अंतर्द्वंद न शेष रहे, जो उपजे मतभेद ख्याली पर
07 July, 2018
Happy birthday MSD
जिसके अस्तित्व के सामने दुनिया बौनी है
ऐसे व्यक्तित्व के महेंद्र सिंह धोनी हैं
रचा इतिहास वर्तमान और भविष्य दिया
खेल को खेल से बड़ा बहुत परिदृश्य दिया
ऐसे व्यक्तित्व के महेंद्र सिंह धोनी हैं
रचा इतिहास वर्तमान और भविष्य दिया
खेल को खेल से बड़ा बहुत परिदृश्य दिया
06 July, 2018
नमामि गंगे
सारांश ढूंढ़ता रहा मैं उस कहानी से
आचमन न कर सका गंगा के पानी से
गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक
हालत माँ की देख कर भीगे रहे पलक
गंगा तो मैली हो गयी सबके हाँथ रंगे हैं
बस युहीं रहो कहते की नमामि गंगे है
03 July, 2018
सेलिब्रिटी हैं तो क्या , गुनाह गुनाह नहीं है
कोई बायोपिक आपके समस्त पाप धो देगा
जनता माफ़ कर देगी, पर ख़ुदा तो रो देगा
सेलिब्रिटी हैं तो क्या , गुनाह गुनाह नहीं है
करते रहो महिमामंडन परवाह नहीं है
02 July, 2018
तीन ताल
जन्म और मृत्यु के मध्य जो अंतराल है
जीवन के मधुर संगीत का तीन ताल है
अगर हो बोध तो फिर बस माधुर्य है लय है
नहीं तो कोलाहल है ,संशय है और भय है
Subscribe to:
Posts (Atom)
-
जब गिरती है कोई गगन चुम्बी इमारत तब साथ गिरते हैं आस पास के मकान भी और धुल चाटती है ऐसे में ईमानदारी की झोपड़ी इसे सामूहिक निषेध कहते हैं इसी...
-
जीवन एक संघर्ष है मैंने सुना है अनेको के मुख से और इस दौड़ में इंसान दूर हो जाता है सुख से शेष रह जाता है तनाव और अस...
-
जब भी अकेलापन आपको सताएगा परिवार ही उस समय पे काम आएगा रह जायेंगी उपलब्धियाँ दीवार पर टंगी जब मायाजाल आपको ठेंगा दिखायेगा...