एक रास्ता हमेशा
दिल के लिए होता है
मन की उदंडता पर
अस्तित्व वो खोता है
जीवन के दौड़ में बस
मन की है मनमानी
दिल के लिए रस्ता जो
लगे है कालापानी
कारण जो है वो मन है
उसकी है चौकीदारी
मन खुद बीमार भी है
और स्वयं वो है बिमारी
आजाद दिल कहाँ अब
माने है मन का कहना
जो रास्ता अलग है
उस पे है चलते रहना
इरादे बुलंद हो तो
रस्ते कठिन नहीं हैं
मंजिल हो जब ये रस्ते
हर कदम तब सही हैं
हर एक कदम मेरी अब
उसकी तलाश में है
कहीं दूर नहीं है वो
मेरे ही पास में है .....................
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