25 June, 2009

छुना है आसमान ................



घुटनों के बल चलना नहीं


छुना है आसमान


जो जीवन के दाव पेंच हैं


उनसे करो पहचान


जरूरी नहीं तुम्हारा हर निर्णय सही हो


पर तुम बीज बोते रहना बिश्वास का


क्यूंकि अनुभव तुम्हारा लेजायेगा आगे तुम्हे


जहाँ तुम्हारा स्वछंद विचार


तुम्हे नई दिशा का ज्ञान कराएगा


तुम्हारा निर्णय छमता ही तुम्हे पंख देगा लम्बी उड़ान का


वही तुम्हे जंजीरों से स्वतंत्र कराएगा .............


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