23 May, 2009

डर के बाद जीत है


उस राह पर मुझे जाना है


जिसपर जाने से डरते हैं लोग


मुझे अच्छा लगता है जब मेरे


आत्मविश्वास से टूटते हैं धारणाएं


और फिर जुड़ती है संघर्ष की अनेक कथाएँ जीवन से मेरी

मेरे इन कथाओं में मेरी सफलता की बात है

पर हर अन्धकार को चीरती सूर्योदय का प्रकाश है

मेरे कहानी में अन्धकार मेरे मन की मनमानी है

और सूर्योदय मेरे आत्मविश्वास की निशानी है

हर डर के बाद जीत है

हार मेरे स्वाभाव से भली भाति परिचित है .....................

No comments:

Post a Comment

Apna time aayega