10 April, 2009

मुझे क्रोध आता है


मुझे क्रोध आता है

जब अनायास कोई जीवन में आपके अवरोध लाता है

मेरा भी खून खौल जाता है

जब हंसती खेलती दुनिया में मेरी कोई आग लगाता है

मैं यूँ तो चुप रहता हूँ

इन घटनाओं में नहीं करता बाद बिवाद

इसे लोग मेरी कमजोरी समझते हैं

लेकिन वक्त आ गया है बताना है तुमको

अगर युहीं बार बार उकसाओगे तुम

तो निश्चय ही स्वयं banaooge अपने जीवन को जहन्नुम .............


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Apna time aayega