मैं हमेशा तुम्हारा आभारी रहूँगा
की तुमने मुझे सीखना है सीखाया
कोई भाव जो छु गया मेरे मन को
मधुर गीत उसको है तुमने बनाया
मुझे क्या पता था मोहब्बत यही है
तुम्हारा यूँ आना ग़लत या सही है
जो आयी हो तुम तो न जाना कभी भी
मुझे अब तुम्हारी कमी लग रही है .....................
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