24 March, 2009

अव्यक्त को व्यक्त करना ही मेरे व्यक्तित्व का आधार ...........



हर शब्द विचारों का विस्तार है


मौन के सन्नाटे को चीरने वाली तेज तलवार है


मैं भावनाओं को शब्दों का पायदान देता ,


एक कवि आपके मानस पटल पर क्षाप छोड़ जाऊँगा


अव्यक्त को व्यक्त करना ही मेरे व्यक्तित्व का आधार है


मेरी हर रचना मौन में उठती शब्दों का चीत्कार है .............




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Apna time aayega