24 July, 2013

योजना आयोग

परिभाषा गरीब की
निर्धनता से नहीं आंकड़ों में खोई होती है
सच इतना है की वातानुकूलित कमरे में कोई
योजना आयोग इसके जहरीले बीज़ बोती है
और तब जो मिथ्या सत्य का रूप युहीं ले लेती है
उसमे गरीबों की संख्या निरंतर घटती जाती है
हम विकास के नए आयाम तय करते हैं
पर जिनके थाली से गायब हुई रोटी
वो इन आंकड़ो से डरते हैं
डरते हैं की कैसी सरकार है
जो आज़ादी के वर्षों बाद
खाद्य सुरक्षा की बातें करती है
यथार्थ तो ये है की जनता
कुपोषण और भूख से पल पल मरती है
उस वर्ग का शायद ही कोई प्रतिनिधी
उन कमरों तक पहुँच पाता है
जहाँ गरीबी नहीं अपितु गरीबों को
हटाने का षड्यंत्र रचा जाता है .

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