हर इंसान की जिन्दगी एक बेस्ट सेलर कहानी होती है
जिसका नायक वो स्वयं होता है
और कहानी होती है संघर्षों की गाथा
मेरी भी कहानी में ट्विस्ट है
और वो जो मुख्य आर्टिस्ट है
वो जनाब मैं नहीं
मेरा चंचल मन है
हमेशा कलाबाजियां खाता है
हर घटना में विचलित हो जाता है
इसके कारण मेरे अन्दर का कलाकार सोया हुआ है
अपने ही कहानी में साइड आर्टिस्ट की तरह खोया हुआ है
अब वो वक्त आगया है की परदे के चकाचौन्द में वो साइड आर्टिस्ट आए
अपने कहानी का स्वयं बने मुख्य कलाकार
बंद हो मन की उदंडता कहानी को मिले मजबूत आधार.
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