11 January, 2009

मन के प्रोग्रम्मिंग ..............


मन के प्रोग्रम्मिंग में कुछ लोचा है

ऐसा क्या तुमने भी कभी सोचा है

क्योँ की अंहकार का वायरस हार्ड डिस्क में कुछ ऐसे आया है

जिससे सिस्टम पुर्णतः बैठने वाला है

मित्र मेरी मानो दाल में कुछ काला नहीं

पुरा दाल ही काला है

क्युकी तुम तुलना करते हो

अपने सक्सेस से जयादा दूसरों के बर्बाद होने पर

तुम्हारा ध्यान है

येही तुम्हारे सिस्टम के लिए वायरस के सामान है

थोथी दंभ , पाखंडी चेहरा और घमंड के चक्रव्यू से

जब तक तुम बाहर आओगे

तबतक अपने सिस्टम की रक्षा कैसे कर पाओगे

तो आओ आज ही अपग्रेड करते हैं

शुभ इक्षा का सश्क्त एंटी वायरस इसमे भरते हैं

ताकि तुम्हारा सिस्टम तुम्हारे लिए करे वर्क

और दुनिया भरके वायरस का कोई न पड़े फर्क


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